अहमदाबाद, गुजरात: देश के लिए गुरुवार का दिन बेहद दुखद साबित हुआ जब एयर इंडिया का एक ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन के लिए उड़ान भर रहा था।
अहमदाबाद एयरपोर्ट से टेक-ऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
यह हादसा शहर के बाहरी इलाके में स्थित एक मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग से टकराकर हुआ, अब तक इस हादसे में 265 लोगों के मारे जाने की आधिकारिक जानकारी सामने आ चुकी है।
हादसे का समय और स्थान
गुरुवार दोपहर करीब 2:47 बजे एयर इंडिया की फ्लाइट AI-111 ने सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी।
लेकिन टेक-ऑफ के केवल 6 मिनट बाद ही तकनीकी खराबी के चलते विमान श्री नारायण मेडिकल कॉलेज के परिसर में आ गिरा।
विमान में कौन-कौन सवार थे?
इस अंतरराष्ट्रीय उड़ान में कुल 242 यात्री मौजूद थे:
- 230 यात्री
- 10 केबिन क्रू सदस्य
- 2 वरिष्ठ पायलट
इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में लंच टाइम चल रहा था, जहां लगभग 60 स्टूडेंट और स्टाफ मौजूद थे।
हादसे में कितनी मौतें हुईं?
अब तक की जानकारी के अनुसार:
- विमान में सवार 264 में से लगभग सभी की मौत हो चुकी है।
- मेडिकल कॉलेज में मौजूद एक स्टाफ सदस्य की भी जान गई।
- एकमात्र यात्री चमत्कारिक रूप से बच गया है और अस्पताल में इलाज जारी है।
घटना की भयावहता
चश्मदीदों के अनुसार, विमान जब ज़मीन से टकराया तो जोरदार धमाका हुआ, जिससे आस-पास की इमारतों की खिड़कियां हिल गईं।
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कुछ ही क्षणों में पूरे इलाके में आग और धुआं फैल गया। राहत और बचाव कार्य में लगी टीमों को कई जले हुए और क्षत-विक्षत शव मिले, जिनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है।

शवों की पहचान कैसे हो रही है?
अधिकारियों के अनुसार कई शवों की हालत इतनी खराब है कि उनकी पहचान केवल डीएनए जांच के जरिए ही की जा सकेगी। सरकार ने मृतकों के परिजनों को हरसंभव सहायता देने की घोषणा की है।
दुर्घटना के संभावित कारण
फिलहाल हादसे की जांच जारी है। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और एयर इंडिया की तकनीकी टीमें घटना स्थल पर मौजूद हैं।
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प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, विमान के इंजन में गंभीर तकनीकी खराबी आई थी, जिससे यह संतुलन खो बैठा।
सरकार और एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा:
“अहमदाबाद में हुआ यह विमान हादसा दिल दहला देने वाला है। मैं सभी मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।”
एयर इंडिया ने भी अपनी ओर से शोक संदेश जारी किया है और मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख तक का मुआवजा देने की घोषणा की है।
मुआवजे और सहायता की घोषणा
- हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को ₹10 लाख की आर्थिक मदद दी जाएगी।
- घायलों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी
- हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश
सोशल मीडिया और जनता की प्रतिक्रिया
जैसे ही हादसे की सूचना सामने आई, सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। कई यूजर्स ने एयर इंडिया की विमान सुरक्षा को लेकर चिंता जताई।
साथ ही यह भी सुझाव दिया कि पुराने विमानों की समय-समय पर ठीक से जांच होनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
FAQs: अहमदाबाद प्लेन हादसा 2025 से जुड़े महत्वपूर्ण सवाल-जवाब
Q1. अहमदाबाद में विमान हादसा कब हुआ?
उत्तर: यह हादसा 12 जून 2025 को दोपहर करीब 2:47 बजे हुआ, जब एयर इंडिया की फ्लाइट AI-111 अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
Q2. इस प्लेन क्रैश में कितने लोगों की मौत हुई है?
उत्तर: अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है, जिसमें विमान में सवार यात्री, चालक दल और मेडिकल कॉलेज के कुछ लोग शामिल हैं।
Q3. विमान कहां क्रैश हुआ?
उत्तर: यह विमान अहमदाबाद के पास स्थित श्री नारायण मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया, जिससे वहां मौजूद कई लोग भी हादसे का शिकार हो गए।
Q4. हादसे का कारण क्या बताया जा रहा है?
उत्तर: प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी को हादसे का संभावित कारण माना जा रहा है। DGCA और एयर इंडिया की टीमें इसकी विस्तृत जांच कर रही हैं।
Q5. हादसे के बाद सरकार द्वारा क्या सहायता की गई है?
उत्तर: केंद्र और राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹10 लाख की राहत राशि देने की घोषणा की है। साथ ही, घायलों का इलाज सरकारी खर्च पर किया जा रहा है।
Q6. क्या कोई यात्री इस हादसे में जीवित बचा है?
उत्तर: हां, विमान में सवार एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बचा है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
निष्कर्ष:
अहमदाबाद विमान हादसा 2025 भारत की सबसे भयावह हवाई दुर्घटनाओं में से एक बन चुका है। इसने न सिर्फ सैकड़ों परिवारों को मातम में डुबो दिया,
बल्कि देश की हवाई सुरक्षा प्रणाली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना होगा कि जांच के बाद क्या सच्चाई सामने आती है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कौन से कदम उठाए जाते हैं।