देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले धीरे-धीरे बढ़ने लगे हैं। भले ही कोरोना अब महामारी के चरम स्तर से नीचे है, लेकिन हाल ही में आई रिपोर्टों से साफ हो गया है।
कि खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 3758 हो गई है।
बीते 24 घंटों में 363 नए मामले सामने आए हैं, और दो लोगों की मौत हो चुकी है।
कोरोना से अब तक कुल 28 मौतें, दो नई मौतें केरल और कर्नाटक से
बीते 24 घंटे में केरल और कर्नाटक में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। इसके साथ ही देश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 28 हो चुकी है।
- कोरोना फिर बना जानलेवा केरल-महाराष्ट्र में 7-7 मौतें दर्ज
- जबकि अन्य राज्यों में यह संख्या अपेक्षाकृत कम है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में मौसम परिवर्तन और लापरवाही के चलते मामलों में और इज़ाफा हो सकता है।
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किन राज्यों में बढ़े हैं कोरोना के केस?
देश में जिन चार राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, उनमें केरल पहले नंबर पर है, जहां अकेले 1400 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा:
- महाराष्ट्र – 485 सक्रिय मामले
- दिल्ली – 436 सक्रिय मामले
- गुजरात – 320 सक्रिय मामले
- कर्नाटक – 238 सक्रिय मामले
- पश्चिम बंगाल – 287 सक्रिय मामले
- तमिलनाडु – 199 सक्रिय मामले
- उत्तर प्रदेश – 149 सक्रिय मामले
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि दक्षिण और पश्चिम भारत के राज्यों में संक्रमण की गति अधिक तेज है।
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उम्मीद की किरण: अब तक 1818 मरीज स्वस्थ हुए
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच राहत की बात यह है कि बड़ी संख्या में लोग इससे ठीक भी हो रहे हैं।
- अब तक कुल 1818 मरीज कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं।
- पिछले 24 घंटे में 383 मरीजों को अस्पताल या होम आइसोलेशन से छुट्टी दी गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि वायरस का वर्तमान स्ट्रेन अपेक्षाकृत कम खतरनाक है, लेकिन बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए यह अब भी गंभीर हो सकता है।
सरकार की सख्ती और सलाह
केंद्र और राज्य सरकारें स्थिति पर नज़र बनाए हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को सतर्क रहने और आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी रखने को कहा है। साथ ही आम जनता को भी कुछ जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है:
- हाथों की नियमित सफाई और भीड़-भाड़ से बचने की अपील की गई है।
- जिन लोगों को बूस्टर डोज नहीं लगी है, उनसे जल्द वैक्सीनेशन कराने की सिफारिश की गई है।
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FAQs – Corona Wapsi News
Q1. क्या सच में कोरोना वायरस फिर से फैल रहा है?
उत्तर: हाँ, हाल ही के दिनों में कुछ राज्यों में कोरोना मामलों में वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार यह एक नई लहर की संभावना को संकेत देता है।
Q2. यह नया वैरिएंट है या पुराना?
उत्तर: कुछ मामलों में नए वैरिएंट की पहचान हुई है, लेकिन इसकी पुष्टि और विश्लेषण जारी है। जीनोम सीक्वेंसिंग द्वारा जांच की जा रही है कि यह कितना खतरनाक है।
Q3. क्या हमें फिर से मास्क पहनना शुरू कर देना चाहिए?
उत्तर: स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ धोना फिर से आवश्यक हो गया है।
Q4. क्या वैक्सीन की बूस्टर डोज़ फिर से दी जाएगी?
उत्तर: सरकार हालात के अनुसार बूस्टर डोज़ पर निर्णय ले सकती है। जिन लोगों ने अभी तक बूस्टर नहीं ली है, उन्हें लेने की सलाह दी जाती है।
Q5. क्या यह नया स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक है?
उत्तर: अब तक जो डेटा सामने आया है, उससे यह स्ट्रेन ज़्यादा संक्रामक तो हो सकता है लेकिन गंभीरता अभी स्पष्ट नहीं है। रिसर्च जारी है।
Q6. सरकार की क्या तैयारी है?
उत्तर: सरकार ने अस्पतालों को अलर्ट पर रखा है, टेस्टिंग तेज़ की जा रही है और दवाइयों का स्टॉक सुनिश्चित किया जा रहा है।
निष्कर्ष: अभी लापरवाही नहीं, सतर्कता ही सुरक्षा
हालांकि कोरोना का यह नया उभार पहले जैसी गंभीरता नहीं दिखा रहा, लेकिन लापरवाही स्थिति को फिर बिगाड़ सकती है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्टें इस ओर संकेत दे रही हैं कि कोरोना अभी गया नहीं है, और किसी भी तरह की ढिलाई हमें फिर से गंभीर संकट में डाल सकती है।
ऐसे में हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वह सावधानी बरते और दूसरों को भी सतर्क करें।