बिहार में अपराधियों की अवैध कमाई पर शिकंजा कसने के तहत प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है। मुजफ्फरपुर के कुख्यात चुन्नू ठाकुर और बेगूसराय के रंजय ओंकार की करीब 10 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। यह कार्रवाई आर्थिक अपराध इकाई (EOU) और जिला प्रशासन के सहयोग से की जा रही है।
अपराधी चुन्नू ठाकुर की करोड़ों की अघोषित संपत्ति पर सरकारी कार्रवाई
मुजफ्फरपुर प्रशासन ने क्षेत्र के बदनाम अपराधी चुन्नू ठाकुर के खिलाफ निर्णायक कार्यवाही का खाका तैयार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार, ठाकुर के नाम दर्ज 229.67 डिसमिल (लगभग 93,500 वर्ग मीटर) भूमि पर प्रशासन की नजर है।
इन जमीनों में 10 अलग-अलग प्लॉट शामिल हैं, जो शहर के प्रमुख इलाकों में स्थित हैं। प्रशासन द्वारा इन सभी संपत्तियों की पहचान कर ली गई है और अब जब्ती की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
इन प्लॉटों का अधिकांश हिस्सा शहरी क्षेत्रों में स्थित है, जहां इनकी कीमत और बढ़ सकती है। प्रशासन ने इन सभी संपत्तियों को चिन्हित कर लिया है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन्हें जब्त करने की योजना बनाई गई है।
चुन्नू ठाकुर की ये संपत्तियाँ उसकी अवैध कमाई का परिणाम मानी जा रही हैं, जो उसने अपराध के माध्यम से अर्जित की थीं। प्रशासन ने इस संपत्ति को जब्त करने के लिए आवश्यक सभी कानूनी कदम उठाए हैं और यह कार्रवाई प्रशासन की सख्ती को दर्शाती है।
रंजय ओंकार की डेढ़ करोड़ की संपत्ति भी निशाने पर
बेगूसराय के अपराधी रंजय ओंकार की 61 डिसमिल भूमि भी प्रशासन के निशाने पर है।
इस भूमि की कीमत लगभग 1.5 करोड़ रुपये आंकी गई है, और यह मिठनपुरा इलाके में स्थित है। बताया जा रहा है कि रंजय ओंकार ने अपनी अवैध गतिविधियों के माध्यम से यह संपत्ति अर्जित की थी।
प्रशासन ने इस संपत्ति को भी जब्ती की सूची में शामिल किया है, और इसके खिलाफ कार्रवाई की योजना बनाई गई है।
प्रशासन ने अपनाया सख्त रुख
दोनों मामलों में पुलिस और प्रशासन ने अवैध कमाई पर लगाम लगाने के लिए कड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में पूरी प्रक्रिया चल रही है।
जब्ती के बाद इन संपत्तियों का सरकार के पक्ष में रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इससे यह संदेश दिया जा रहा है कि प्रशासन अब किसी भी अपराधी को अपनी अवैध संपत्ति को बरकरार रखने का मौका नहीं देगा।
- हमसे जुड़ें: हमारे Telegram ग्रुप से अभी जुड़ें।
प्रशासन का यह कदम अपराधियों के खिलाफ कड़ा संदेश देता है कि अब अपराध करके संपत्ति बनाना सुरक्षित नहीं रहेगा। प्रशासन की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है।
कि सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त रवैया अपना रही है, और ऐसे लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी, जो अवैध तरीके से दौलत कमाते हैं।
- ये भी पढ़ें: OnePlus 13s की कीमत लीक, कब लॉन्च हो सकता है।
जनता में संदेश:
इस कार्रवाई से प्रशासन का मुख्य उद्देश्य यह संदेश देना है कि अब अपराध करके संपत्ति अर्जित करने की कोई जगह नहीं है।
जनता को यह बताने की कोशिश की जा रही है कि अगर कोई अपराध करके संपत्ति कमाता है,
तो प्रशासन उसकी संपत्ति को जब्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। इस कदम से यह साबित होता है।
कि सरकार और प्रशासन अपराधियों के खिलाफ ठोस और सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, ताकि समाज में कानून व्यवस्था बनी रहे।
Q1: यह संपत्ति किस प्रकार की होगी जब्त?
Ans: प्रशासन ने चुन्नू ठाकुर और रंजय ओंकार की वह संपत्तियाँ जब्त करने की योजना बनाई है, जो उन्होंने अवैध रूप से अर्जित की हैं। इसमें ज़मीनें, प्लॉट्स, और अन्य सम्पत्ति शामिल हैं।
Q2: प्रशासन ने यह कार्रवाई क्यों की?
Ans: यह कार्रवाई प्रशासन ने इसलिए की है ताकि अपराधियों द्वारा अर्जित अवैध संपत्तियों पर रोक लगाई जा सके और समाज में यह संदेश दिया जा सके कि अपराध करके संपत्ति कमाना अब सुरक्षित नहीं रहेगा।
Q3: संपत्तियों की जब्ती के बाद क्या होगा?
Ans: संपत्तियों की जब्ती के बाद, इन संपत्तियों का सरकार के पक्ष में रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और इन्हें सरकार की संपत्ति के रूप में रखा जाएगा।
Q4: क्या यह कार्रवाई पूरे बिहार में लागू होगी?
Ans: इस तरह की कार्रवाई पूरे बिहार में लागू हो सकती है, क्योंकि प्रशासन का मुख्य उद्देश्य अपराधियों को नियंत्रित करना और उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त करना है।
Q5: क्या इससे आम जनता पर कोई असर पड़ेगा?
Ans: इस कार्रवाई का उद्देश्य आम जनता को यह संदेश देना है कि अब अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति पर प्रशासन का कड़ा रुख होगा। इससे समाज में कानून और व्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और लोग अपराध की तरफ नहीं बढ़ेंगे।
निष्कर्ष:
मुजफ्फरपुर और बेगूसराय के कुख्यात अपराधियों की संपत्ति की जब्ती प्रशासन की कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है।
यह कदम उन अपराधियों के लिए एक चेतावनी है, जो अवैध तरीके से संपत्ति अर्जित करते हैं। इससे यह साफ हो जाता है।
कि प्रशासन अब और सख्त हो गया है और किसी भी अपराधी को अपनी अवैध संपत्ति पर काबू रखने की अनुमति नहीं देगा।